आज फिर ये दिल वही फरियाद करता है
साथ बीते लम्हे फिर याद करता है
क्यों धडकता है दिल
जब देखे बरसों बीत गए
फिर वही बीते वक़्त की दरकार करता है
क्यों यादों के समुन्दर ने घर बना लिया इस दिल में
क्या वो भी वहां मुझे याद करता है
कभी पूछूँ उनसे की याद करते हो किसे
धीमी सी मुस्कान और जवाब मिलता है मुझे
याद उसे किया जाता है ,भुलाया हो जिसे